Vidya Balan on facing Rejection In her Career: बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन (Vidya Balan) ने भी शुरुआती करियर में रिजेक्शन का सामना किया है। हाल ही में दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे वो रात में रोते-रोते सो जाती थीं।


Vidya Balan said on facing Rejection In her Career: बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन (Vidya Balan) ने अपनी शानदार एक्टिंग से इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने अपने एक्टिंग टैलेंट से कई लोगों का दिल जीता है। हाल ही में एक इंटरव्यू में विद्या बालन ने 2000 के दशक की शुरुआत में रिजेक्शन का सामना करने की बात कही। विद्या बालन ने अपने करियर में रिजेक्शन के दौर को याद किया और बताया कि कैसे वो सोते समय रोती थीं। एक्ट्रेस ने इस बारे में बताया कि रिजेक्शन के बाद उन्हें लगता था कि वो कभी एक एक्टर नहीं बन पाएंगी।

बॉलीवुड बबल के साथ बात करते हुए विद्या बालन ने साझा किया कि वो किस तरह खुद को कम महसूस करने लगी थीं। विद्या ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं पूरी तरह से आशावादी हूं। जब मैं 2002-03 में साउथ में रिजेक्शन के दौर से गुजरी, तब भी मैं रात में रोते-रोते सो जाती थी। मुझे ऐसा लगता था कि शायद मैं कभी एक्टर बन पाउंगी।' उन्होंने कहा, 'लेकिन अगली सुबह मैं ऐसा महसूस कर रही थी ... मुझे लगता है कि सूर्योदय के साथ एक आशा की किरण जरूर आएगी।'


विद्या बालन ने आगे कहा, "अगर मैंने इसे एक और सूर्योदय के लिए बनाया है, तो मुझे पता था कि इसका मतलब मेरे पास एक और मौका है। इसलिए मुझे लगता है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं किस दौर से गुजर रही थी। मेरे मन में हमेशा वह आशावाद था और इसके लिए मुझे अपने माता-पिता को धन्यवाद कहना था।' विद्या ने कहा कि जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में एक एक्ट्रेस के रूप में शुरुआत की तो उनके आशावाद ने उन्हें कठिन समय से उबारा।   वर्कफ्रंट की बात करें तो विद्या बालन हाल ही में फिल्म 'शेरनी' में नजर आई थीं। उन्होंने फिल्म में एक वन अधिकारी की भूमिका निभाई थी। 'शेरनी' को पिछले महीने स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज किया गया है। विद्या बालन ने अपने अभिनय की शुरुआत टेलीविजन शो 'हम पांच' से की थी। उसके बाद उन्होंने एक बंगाली फिल्म के साथ बड़े पर्दे पर शुरुआत की और फिर 2005 की हिंदी फिल्म 'परिणीता' में नजर आईं।